Friday, September 23, 2011

देश के कर्णधार...

देश के कर्णधार ही हैं जबसे लंगूर हो गए,
आँख पे पट्टी रख गांधारी से मजबूर हो गए|
बह रही हैं स्वार्थ की नदियाँ यहाँ पे दोस्तों,
लोमड़ी की खातिर हम ही अंगूर हो गए||

Sunday, September 11, 2011

गज़ब ये 'Book'बनाई है...

कोई सिर्फ Like करता है, कोई Comment करता है,
कोई बस Friend list में ही Increment करता है|
धन्य हैं 'Mark' जिन्होंने गज़ब ये 'Book'बनाई है,
जो भी आता है 'मानस' वो Share moment करता है||

Saturday, September 3, 2011

भारत में शिक्षकों का...

माँ-बाप से भी ऊँचा मान होता है|


भारत में शिक्षकों का सम्मान होता है|


प्यार से डाँट से या कभी इनकार से,


शिष्यों के लिए शिक्षक वरदान होता है|


मिट्टी को हीरा सा कोहिनूर बनाना,


नींव के ईंटों में योगदान होता है|


ज्ञान का भण्डार इनके चरणों में यारों,


रोम-रोम इनसे प्रकाश-मान होता है|


जीवन अंश ‘मानस’ चरणों में है अर्पण,


आँख खोल देता, कृपानिधान होता है|


भारत में शिक्षकों का..........||