Thursday, April 14, 2011

फैशन की सवारी है...






हिन्दुस्तान में चल रही फैशन की सवारी है,
कौन लड़का, कौन है लड़की confusion ये भारी है|


लड़के Pony -Tail , लड़कियाँ Bob -Cut रखेंगी बाल,
पसन्द भी इनकी जनाब, बहुत प्यारी है|


सर से लेकर पाँव तक, सब-कुछ matching का है,
आखिर, एक आदमी पर कितनी ज़िम्मेदारी है|


अभिनेत्रियों के वस्त्र का देखो गिर रहा है आकार,
महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन में इनकी भी भागेदारी है|


Perfume , Deo , Cream से ही चला लेते हैं काम,
'हर रोज़ नहाना', ये भी अज़ब बीमारी है|


आधुनिकता के बाज़ार में खोना मत 'मानस',
सब रंगीन है, Black & White टी.वी सी हालत हमारी है||

3 comments:

  1. आकृति 'मधुर'May 5, 2011 at 1:50 AM

    आप के काव्य-पाठ का ढंग बेहद ही निराला है| आप ने जो रचना इंजीनियरिंग पर सुने है, वोह बहुत ही सटीक है| faishon पर लिखी रचना भी लाजवाब है| आप का ब्लॉग पढ़ कर अच्छा लगा, अपना प्रयास जारी रखें|

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  2. sahi mein mujhe aap ka blog padhkar bahut khushi hui. engineering par aapki rachna bahut acchi lagi. Faishon par ye hasya kavita bhi acchi lagi.

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  3. मैंने आपका ब्लॉग देखा और पढ़ा भी बहुत ही बढ़िया है |

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