Monday, November 14, 2011

हम सब तारे हैं...

टिम-टिम करते आसमान के हम सब तारे हैं,
मुट्ठी में हैं बंद ख्वाब अनगिनत हमारे हैं|
आशाओं का बीज लिये फिरते रहते हैं,
इसीलिये Mummy-Daddy के सबसे प्यारे हैं|

Saturday, November 12, 2011

'मानस' नहीं 'मानसी' होते...

हमारे एक मित्र Naser Khan जी नें एक रचना पर अनोखी टिपण्णी की-


"HAR BAT ALAG HAI TUMHARI,,,KASH KE TUM MANAS NA MANSI HOTE,,,JOKE"

उनके इस JOKE का जवाब मैंने कुछ इस प्रकार दिया-


"Naser भाई, पहले तो ये की,
तब हम 'होते' नहीं 'होती',
फिर कलम् चलाने की,
ज़रूरत नहीं होती|
सच तो ये है,
की आप ही कलम् चलाते,
और इससे पहले की,
अपने भाव हम तक पहुँचाते,
कई एक 'मानस' तो,
हम पर पूरा उपन्यास लिख जाते|"

Friday, November 11, 2011

"हम होंगे कामयाब"

[caption id="attachment_1135" align="aligncenter" width="600" caption=""हम होंगे कामयाब""]"हम होंगे कामयाब"[/caption]

[caption id="attachment_1136" align="aligncenter" width="600" caption=""हम होंगे कामयाब""]"हम होंगे कामयाब"[/caption]

Sunday, November 6, 2011

अब तो रहने दो...


हमारे दो के सहारे दो,
उन दो के हमारे दो|
फिर उनके भी सपने दो,
सपने ऐसे बढ़ने दो|
बाते सबको कहने दो,
दो.दो.दो.. कहने दो|
7 अरब हो गए भैया,
अब तो बस रहने दो!!

Friday, November 4, 2011

प्यार ने उनके हमें...

प्यार ने उनके हमें मचलना सिखा दिया,
खर्चे उनके देख-देख पार्ट टाइम ठेला लगा लिया|
चाव से खाती हैं वो तडपता रहता हूँ मैं,
कलाई जो पकड़ा मैंने कि अंगूठा दिखा दिया||