बचपन में मासी जी आपको(हमारी प्यारी रितिका दीदी को) एक कहानी सुनाया करती थीं...
"...देखना किसी दिन चाँद से एक राजकुमार आएगा और मेरी प्यारी सी पारी को अपने साथ ले जायेगा|"
पर ..
पर..
..
वो 'राजकुमार' तो उन्हीं के पास है(हमारे मासर जी का नाम राजकुमार है)| अरे! मासी जी तो वही कहानी सुना रही थीं जो कभी आपकी नानी जी ने उन्हें सुनाई थी|
लेकिन आप ज़रा भी परेशान मत होइए......आपके लिए तो 'चाँद' खुद चल कर आया है| (हमारे आदरणीय जीजा जी का नाम 'मयंक' है)





Saturday, December 24, 2011
"Ritika दीदी की Engagement"
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